Wednesday, 23 March 2016

"बदल गया वक़्,त बदल गयी बातें, बदल गयी मोहब्बत;
कुछ नहीं बदला तो वो है इन आँखों की नमी और तेरी कमी।"

Tuesday, 15 March 2016

"अल्फ़ाज़ चुराने की ज़रूरत ही ना पड़ी कभी;
तेरे बे-हिसाब ख्यालों ने बे-तहाशा लफ्ज़ दिए।"

Sunday, 13 March 2016

****कभी थक जाओ तुम दुनिया की महफ़िलों से,
हमें आवाज़ दे देना, हम अक्सर अकेले होते हैं।****

Saturday, 12 March 2016

***तेरे बगैर इस मौसम में वो मजा कहाँ;
काँटों की तरह चुभती है, दिल में बारिश की बूंदे।***

Thursday, 10 March 2016

***खुशनसीब हैं बिखरे हुए यह ताश के पत्ते;
बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है इनको।***

Wednesday, 9 March 2016

***इश्क़ में हमने वही किया जो फूल करते हैं बहारों में;
खामोशी से खिले, महके और फिर बिखर गए।***

Thursday, 3 March 2016

***यह यादों का ही रिशता है, जो छूटता नहीं;
वरना मुद्दत हुई कि वो दामन, छुडा चले गए।***