वो मेरा भूल जाना तुझको.... इक झूठा बहाना है....
मुझे भी याद करना है.... तुझे भी याद आना है....
तन्हाई के लम्हे अब तेरी यादों का पता पूछते हैं... तुझे भूलने की बात करूं तो, ये तेरी खता पूछते हैं ...
"वक्त बेवक्त तेरी यादों का समुदंर , बहा ले जाता है सुकून मेरी तन्हा रातों का"
***मिला होगा वो किसी को बिन मांगे ही हमें तो इबादत से भी इंतजार ही मिला हैं***
***बस जाते है दिल मे इजाजत लिए बगैर, वो लोग जिन्हें हम जिन्दगी भर पा नहीं सकते***
"Wo Khamosh Ho Jaye To Hm Trap Jaty Thy" "Hm Khamosh Huy To Usny Haal Tak Na Pocha" 😒😞
***कोरा ही रहा खत का पन्ना मेरी लाखों कोशिशों के बावजूद तेरे लिए चुन सकूं जिन्हें वो लफ्ज मुझे मिले नहीं***