याद आने की वजह बहुत अजीब है तुम्हारी। तुम वो गैर थे जिसे मैंने एक पल मे अपना माना ।।
ये शायरी भी #दिल #बहलाने का एक तरीका है साहब, जिसे हम #पा नही सकते; उसे #अल्फाजों मे जी लेते हैं।।
बहुत महसूस होता है... तेरा महसूस न करना..।।