Monday, 25 December 2017

मैने यादें उठाकर देखी थी आज,,,,
एक दिन तुम मेरे थे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

Sunday, 5 November 2017

मजबूरियां तुझ पर आईं,,
और तन्हा हम हो गए।।

Monday, 30 October 2017

याद आने की वजह बहुत अजीब है तुम्हारी।
तुम वो गैर थे जिसे मैंने एक पल मे  अपना माना ।।

Saturday, 28 October 2017

ये शायरी भी #दिल #बहलाने का एक तरीका है साहब,
जिसे हम #पा नही सकते;
उसे #अल्फाजों मे जी लेते हैं।।

Tuesday, 10 October 2017

बहुत महसूस होता है...
तेरा महसूस न करना..।।

Wednesday, 27 September 2017

आएंगे हम याद तुम्हे एक बार फिर से..
जब तेरे अपने फ़ैसले तुझे सताने लगेंगे !!

Thursday, 21 September 2017

जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने लोग तो तब याद करते हैं जब वह खुद अकेले हों !!

Sunday, 27 August 2017

जिस रोज तेरे चाहने वालो को तू बेहद बुरी लगेगी
उस दिन भी तू हमे बेहद खूबसूरत लगेगी !

Saturday, 27 May 2017

***उंगलिया आज भी इस सोच में गुम है
उसने कैसे नए हाथ को थामा होगा***

Tuesday, 16 May 2017

तुम बदले तो मजबूरियाँ थी...

हम बदले तो बेवफ़ा हो गए...!

Saturday, 13 May 2017

***इतना भी ना चाहो किसी को ,वो चला जाये,
और ज़िन्दगी बेरंग , बोझिल, और गुमनाम हो जाए***

Sunday, 7 May 2017

कोई सजाता होगा खुद को दुल्हन की तरह आज...
कोई काजल, कोई कंगना, कोई दुपट्टा तड़प रहा होगा....
तेरी यादें, तेरी बांते, तेरी उम्मीद पे घायल...
आज कोई तश्वीर से बे तहाशा लिपट रहा होगा......

Monday, 3 April 2017

***गिला भी तुझ से बहुत है, मगर मोहब्बत भी,
वो बात अपनी जगह है, ये बात अपनी जगह।***

Saturday, 4 March 2017

***बिखरे अरमान, भीगी पलकें और ये तन्हाई,
कहूँ कैसे कि मिला मोहब्बत में कुछ भी नहीं***

Wednesday, 1 March 2017

***हुए जिस पे मेहरबां तुम कोई खुशनसीब होगा;
मेरी हसरतें तो निकली मेरे आँसुओं में ढलकर।***

Wednesday, 15 February 2017

***ना प्यार कम हुआ है ना ही प्यार का एहसास,
बस उसके बिना जिन्दगी काटने की आदत हो गई है !!***

Wednesday, 25 January 2017

***तकिये के लिहाफ में छुपाकर रखी हैं तेरी यादें,
जब भी तेरी याद आती है मुँह छुपा लेता हूँ।***

Saturday, 21 January 2017

***तुझे तो हमारी मोहब्बत ने मशहूर कर दिया बेवफा,,,
वरना तू सुर्खियों में रहे, तेरी इतनी औकात नहीं***

Thursday, 19 January 2017

***वही मुझको अकेला कर गयी,
जो कभी दुआओं में मांगती थी***

Tuesday, 10 January 2017

***मैं शिकायतें भी किससे करूं,
सब किस्मतों की बात है,
तेरी सोच में भी नहीं हूँ मैं,
मुझे लफ्ज-लफ्ज तू याद हैं..***

Friday, 6 January 2017

***यूं तो गलत नही होते अंदाज चेहरों के...
लेकिन लोग...
वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते हैं...!!***