Tuesday, 10 January 2017

***मैं शिकायतें भी किससे करूं,
सब किस्मतों की बात है,
तेरी सोच में भी नहीं हूँ मैं,
मुझे लफ्ज-लफ्ज तू याद हैं..***

No comments:

Post a Comment